World Earth Day Essay In Hindi | पृथ्वी दिवस पर निबन्ध इन हिन्दी

 

World Earth Day Essay In Hindi

हेलो, आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगे (World Earth Day Essay In Hindi) पृथ्वी दिवस पर निबंध के बारे में। पृथ्वी दिवस यानी कि अर्थ डे पूरी दुनिया का मनाने जाने वाला दिवस है। पूरी दुनिया पृथ्वी दिवस को एक साथ मनाती है तथा तरह-तरह के आयोजन भी करती है। पृथ्वी दिवस (Prithvi Divas per anuchchhed lekhan) को 193 देश 22 अप्रैल को ही मानता है। 

World Earth Day Essay In Hindi | पृथ्वी दिवस पर अनुच्छेद लेखन

पृथ्वी दिवस (World Earth Day Essay In Hindi) को सबसे पहले 1970 में मनाया गया था और फिर धीरे-धीरे यह हर देश में फैलता गया। इस दिवस को विश्व स्तर पर कई देशों ने स्वीकार किया और इस दिवस को मनाने का फैसला लिया। आपको बता दे कि वर्ष 1969 में यूनेस्को द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसे 21 मार्च 1970 को पहली बार मनाने का फैसला लिया गया था। फिर बाद में इसमें परिवर्तन किए गए और 22 अप्रैल के दिन इसे हमेशा मनाने का निर्णय लिया गया। 


मुख्य रूप से पृथ्वी दिवस (World Earth Day Essay In Hindi) पूरे विश्व के पर्यावरण संबंधी मुद्दों और कार्यक्रम पर निर्भर करता है। पृथ्वी दिवस का मुख्य उद्देश्य है पूरे विश्व में धरती और पर्यावरण के लिए लोगों को हमेशा प्रेरित करते रखना। पृथ्वी दिवस यानी कि अर्थ डे का मुख्य उद्देश्य है शुद्ध हवा, पानी और पर्यावरण। पृथ्वी दिवस 2024 का थीम है प्लास्टिक बनाम भारत यानी कि देश से प्लास्टिक को खत्म किया जाए। चलिए अब पृथ्वी दिवस निबंध में हम जानते हैं पृथ्वी दिवस के इतिहास के बारे में l 


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पृथ्वी दिवस का इतिहास | Earth Day History Facts 

World Earth Day Essay In Hindi: जैसा कि मैं आपको बताया पहली बार पृथ्वी दिवस 1970 में मनाया गया था लेकिन इस दिन की शुरुआत क्यों की गई या बहुत ही कम लोग जानते हैं। आपको बता दे कि वर्ष 1969 में केलिफोर्निया में बहुत बड़े पैमाने पर तेल रिसाव हुआ जिससे परेशान होकर नेल्सन मंडेला ने राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रेरक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया। इस कार्यक्रम कोकरने के पीछे उनका मुख्य उद्देश्य था राष्ट्रीय स्तर पर लोगों को पर्यावरण संबंधित मुद्दों के लिए जागरूक करना। 


वह चाहते थे कि लोग देश के लिए तथा पृथ्वी के लिए जागरूक हो। 22 अप्रैल 1970 के दिन अमेरिका के कई कॉलेज और स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बस इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में 20,000 अमेरिकी लोगों ने भी भाग लिया और फिर एक रैली तैयार की। पर्यावरण प्रदूषण के खिलाफ होने वाले इस आंदोलन में अमेरिका के हजारों कॉलेज और विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी शामिल थे।  


उनका प्रदर्शन उन लोगों के लिए था जो कि तेल रिसाव करते हैं, प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियां हैं, ऊर्जा सांयंत्रों से होने वाले प्रदूषण है, मलजल प्रदूषण है, विषैले कचरे, कीटनाशक, जंगलों को बर्बाद करने वाले और वन्यजीवों को विलुप्त करने में जिनका हाथ है। इस प्रदर्शन के बाद धीरे-धीरे पर्यावरण संरक्षण का यहप्रचार अमेरिका से आगे बढ़कर 141 देश के 200 मिलियन लोगों तक चला गया। उसके बाद 22 अप्रैल 1990 में आयोजित पृथ्वी दिवस के दिन सभी देश शामिल हुए और उन्होंने रीसाइकलिंग की प्रक्रिया को अपनाने के लिए प्रोत्साहन किया। 


उसे समय के बाद वर्ष 2000 में हायेज द्वारा विश्व स्तर पर ग्लोबल वार्मिंग के मुद्दे पर भी ध्यान लगाया गया। बस इतना ही नहीं उसे समय स्वच्छ ऊर्जा के मुद्दे पर भी आवाज उठाई गई। इसके बाद वर्ष 2000 में ही इंटरनेट के माध्यम से सारी दुनिया में पृथ्वी दिवस के अंतर्गत कार्य करने वाले कार्यकर्ता शामिल हुए। फिर इंटरनेट की इस पहल के द्वारा हर वर्ष पूरी दुनिया में लगभग 5000 समूह एक दूसरे से संपर्क में आए और फिर इसमें लगभग 180 देश के सैकड़ो मिलियन लोगों ने भी भाग लिया। 


इसी तरह से 1970 के वर्ष से लेकर आज तक हर वर्ष पृथ्वी दिवस (Prithvi Divas per nibandh) का कार्यक्रम कराया जाता है और इसमें कई देश हिस्सा भी लेते हैं। इस दिवस पर हजारों लाखों लोग इसमें शामिल होते हैं और पर्यावरण को स्वच्छ करने की कोशिश करते हैं। 

पृथ्वी दिवस का महत्व | Earth Day Significance and Importance in Hindi 

नाम

पृथ्वी दिवस

कब होता है

22 अप्रैल

घोषणा कब हुई

सन 1969 में

शुरुआत कब हुई

सन 1970 में

किसने की

अमेरिकी सीनेटर गेलोर्ड नेल्सन


पृथ्वी दिवस का महत्व (Prithvi Divas per anuchchhed lekhan) इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग के बारे में पर्यावरण विधि के माध्यम से हमें पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का पता चलता रहता है। हमें यह पता चलता है कि पर्यावरण कितना ज्यादा स्वच्छ है। हमें हमेशा जीवन संपदा को बचाने के लिए पर्यावरण को ठीक रखने की कोशिश करनी चाहिए तथा इसके प्रति हमेशा जागरूक रहना चाहिए। जनसंख्या की बढ़ोतरी में प्राकृतिक संसाधनों पर बिना आवश्यक ही बोझ डाला हुआ है।  


ऐसे ही संसाधनों का सही इस्तेमाल करने के लिए पृथ्वी दिवस जैसा दिन मनाया जाता है और ऐसे कार्यक्रम कराए जाते हैं जिससे हमारी धरती स्वच्छ रहे और धरती का महत्व लोगों को पता चलता रहे। अगर हम लाइफ साइंस आईपीसी की बात करें यानी की जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल के मुताबिकअगर आपको बताएं तो 1880 के बाद से समुद्र स्तर 20% तक बढ़ चुका है। यह 20% स्तर पर रुका नहीं बल्कि लगातार बढ़ता ही जा रहा है। 


आपको बता दे कि यह 2100 तक बढ़कर 58 से 92 सेमी तक भी जा सकता है अगर ऐसा हुआ तो यह पृथ्वी  (Prithvi Divas per anuchchhed lekhan) के लिए बेहद खतरनाक होगा। इसके पीछे खास कारण है ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ग्लेशियरों का पिघलना यही कारण है कि पृथ्वी अब जलमग्न हो सकती है। आईसीसी के पर्यावरणविद के अनुसार 2085 तक मालदीव पूरी तरह से जलमग्न हो सकता है। अगर आपको नही पता तो पृथ्वी दिवस का महत्व हर मानव के संरक्षण के लिए बढ़ता रहता है। 


(Prithvi Divas per anuchchhed lekhan) पृथ्वी दिवस हमें सही तरीके से जीना सिखाता है। अगर हम इसको मने तो उसको मनाने से ग्लोबल वार्मिंग के प्रचार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और लोगों को इसके बारे में अच्छी तरह के ख्याल भी आ सकते हैं। अगर देश का हर एक व्यक्ति पृथ्वी के बारे में सोचे तो हमारी पृथ्वी हमेशा स्वच्छ तथा हमारा पर्यावरण हमेशा स्वस्थ रह सकता है। पृथ्वी हमारी ऊर्जा के भंडार और उसके अक्षय के महत्व को बताता है यह हमें प्रदूषण फैलाने से सावधान करता है। 


पृथ्वी पर मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन उत्सर्जन के प्रभाव से ही पर्यावरण अपने प्राकृतिक रूप में स्थिर रहता है। आपको बता दे की 1960 के दशक में कीटनाशकों और तेल को फैलाने को लेकर जो जनता ने जागरूकता दिखाई थी उसी जागरूकता की वजह से हमारे देश में नई स्वच्छ वायु योजना बनी थी। यही वजह है कि जो भी नया विद्युत संयंत्र बनता है उसमें कार्बन डाइऑक्साइड को कम मात्रा में उत्सर्जित करने के लिए नए-नए यंत्र लगाए जाते हैं। 


ऐसा करने से ही पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जाता है और इसे स्वस्थ बनाए जा सकता है। अगर आपको नहीं बता तो बता दे कि अप्रैल 22 को सीनेटर नेल्सन ने कहा था कि इंसान वही है जो इस दुनिया में पर्यावरण से अलग नहीं रहता है और जो  (Prithvi Divas per anuchchhed lekhan) अंतरराष्ट्रीय दिवस को छुट्टी का दिन ना मानकर दुनिया भर के लोगों को ग्लोबल वार्मिंग के लिए जागरूक करता है। मनुष्य वही है जो प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमेशा से निवेश करता है। 

पृथ्वी दिवस की थीम 2024 | Earth Day Theme 2024

आपको बता दे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाला हर एक कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष एक अलग थीम के साथ मनाया जाता है। थीम की मदद से ही हर वर्ष लोगों को विशेष मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मदद मिलती है। इसी तरह से विश्व स्तर पर मनाए जाने वाला पृथ्वी दिवस एक अलग थीम के द्वारा होता है। नीचे दिए गए लिस्ट में आपको पता चलेगा कि प्रत्येक वर्ष पृथ्वी दिवस (Prithvi Divas per nibandh) की क्या थीम होती है। 


वर्ष

थीम

2010

जलवायु परिवर्तन पर एक वैश्विक जनमत संग्रह

2011

हवा को साफ करो

2012

पृथ्वी को संवारना

2013

जलवायु परिवर्तन का सामना

2014

ग्रीन सिटिस

2015

अब नेतृत्व करने की हमारी बारी

2016

पृथ्वी के लिए पेड़

2017

पर्यावरण और जलवायु साक्षारता

2018

प्लास्टिक प्रदूषण का समापन

2019

प्रोटेक्ट अवर स्पाइसेस

2020

क्लाइमेट एक्शन

2021

रिस्टोर अवर अर्थ

2022

हमारी धरती, हमारा स्वास्थ्य

2023

हमारे ग्रह में निवेश करें

2024

ग्रह बनाम प्लास्टिक


पृथ्वी दिवस को कैसे मनाए | How To Celebrate Earth Day

अगर आपके मन में भी इच्छा है और आप 22 अप्रैल को (Prithvi Divas per nibandh) पृथ्वी दिवस मनाना चाहते हैं तो आप पर्यावरण संरक्षण में अपना सहयोग दे सकते हैं। जिसके लिए हमने आपको नीचे कुछ तरीके बताए हैं :-


  • आप बहुत ही छोटे स्तर पर कुछ पेड़ लगाकर अपने आसपास के वातावरण को सुंदर बना सकते हैं। आपके पेड़ लगाने की वजह से पक्षियों को घर मिलेगा और आप उन्हें भोजन भी दे सकते हैं। पृथ्वी दिवस (Prithvi divas per nibandh) मनाने का यह सबसे आसान तरीका है जिसमें आप पेड़ लगाकर मिट्टी के होने वाले कटाव को रोक सकते हैं। 


  • अगर आप कुछ अच्छा करना चाहते हैं तो एक रीसाइकलिंग पार्टी रख सकते हैं जिसमें आप अपने दोस्तों को वेस्ट सामान जो बर्बाद हो गया हो उसे रीसाइकलिंग की प्रक्रिया के द्वारा एक नया सामान बनाने के लिए कह सकते हैं और जिसने सबसे अच्छा बनाया हो उसे एक तोहफा या इनाम दे सकते हैं। 


  • आप कुछ लोगों को मिलकर अपने शहर में किसी पार्क या फिर नदी का किनाराया फिर कोई भी आम जगह साफ करवा कर इस दिन को मना सकते हैं। 


  • अगर आपको लगता है यह सारी चीज बहुत ही आम है और आप किसी संस्था से जुड़े हुए हैं तो आप इस दिन को अपने शहर में रीसाइकलिंग प्रोग्राम की शुरुआत करके मना सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आपके शहर में कोई चीज गलत है और उसे आपको सही करनी चाहिए तो आप ऐसा करके अपने देश को स्वस्थ रख सकते हैं। 


  • अगर आपको लग रहा कि सरकारी दफ्तर में कोई काम अच्छा नहीं लग रहा या फिर कोई काम सही नहीं चल रहा है तो आप अपने शहर के लोगों की परेशानी कम करने के लिए सरकारी दफ्तरों को टारगेट करके एक लेटर राइटिंग केंपेनिग की शुरुआत भी कर सकते हैं। 


  • साथ ही इस दिन आप अपने पर्यावरण को स्वस्थ रखने के लिए अपने दिमाग से कुछ कर सकते हैं अगर आपको लगता है कि आप अपने पर्यावरण को स्वस्थ रखने के लिए कोई नया कार्य कर सकते हैं जो पृथ्वी से जुदा हो तो आप जरूर करें। 

निष्कर्ष

उम्मीद है आपको हमारी पोस्ट पृथ्वी दिवस पर निबंध (World Earth Day essay in hindi) अच्छी लगी होगी। अगर आपको इससे जुड़ी और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं। आपको हमारी वेबसाइट ‘Info In Hindi’ में इससे जुड़ी और भी जानकारी मिलेगी तो हमारी वेबसाइट को बुकमार्क करना ना भूले। धन्यवाद।

FAQ | पूछे जाने वाले प्रश्न

1. हम हर साल पृथ्वी दिवस क्यों मनाते हैं?

पृथ्वी दिवस एक वार्षिक उत्सव हैजिसे हर साल बहुत ही खुशी से मनाया जाता है। यह पर्यावरण आंदोलन की उपलब्धियां का सम्मान करने वाला दिन है। यह हमारे भविष्य में आने वाली वीडियो को सुरक्षित करता है तथा हरि की हृदय मेंअपने पृथ्वी की रक्षा करने के लिए जागरूकता फैलाता है।

2. हम अर्थ डे क्यों मनाते हैं?

अगर हम बात करें तो पिछले 51 सालों से हमारे पर्यावरण को स्वस्थ रखने के लिए तथा लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 22 अप्रैल को हर देश में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हमारे पर्यावरण को स्वस्थ रखने और हमारे पृथ्वी को स्वच्छ रखने के लिए है।

3. पृथ्वी दिवस का पिता कौन है?

पृथ्वी दिवस के पिता ‘जॉन मैक कोनेल’ है जिन्होंने 1969 में यूनेस्को मैं पर्यावरण पर हो रहे एक सम्मेलन के दौरान पहली बार ऐलान किया था कि पृथ्वी दिवस पर अवकाश पेश किया जाएगा। 

4. Earth Day का उद्देश्य क्या है?

पृथ्वी दिवस मनाने का ख्याल सबसे पहले 1969 में यूनेस्को सम्मेलन को आया था जो की शांति कार्यकर्ता जॉन मैककोनेल के द्वारा सोचा गया था। इस दिन को मनानेके पीछे उनका मकसद था कि वह पृथ्वी का सम्मान करने के लिए और उन पर शांति बनाए रखने के लिए इस दिन की शुरुआत कर रहे हैं। उसके बाद 1970 में हंस द्वाराविश्व पृथ्वी दिवस का आयोजन किया गया था जिसमें देश के सारे लोग सामिल हुए थे। 

5. पृथ्वी दिवस सबसे पहले क्यों मनाया गया?

सबसे पहले पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल 1970 को संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया गया था। इस दिन का आयोजन सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन अपने नेतृत्व में किया था जिसमें उन्होंने पर्यावरण कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया था। उन्होंने इसका नेतृत्व इसलिए किया था क्योंकि वह औद्योगीकरण और प्रदूषण के प्रभाव से बहुत ही ज्यादा परेशान हो चुके थे। 





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